वृंदावन की आध्यात्मिक यात्रा: अनूठे अनुभवों की खोज आध्यात्मिक यात्रा अक्सर मंज़िल के बारे में एक स्वप्न से जन्म लेती है, पर जब यह कल्पना साकार होती है, तो इसके रंग, इसके शेड्स कुछ अलग होते हैं। यानी कुछ ‘अप्रत्याशित’ मिलना या हो जाना आध्यात्मिक यात्रा की खासियत है। सच कहें तो कल्पना होती भी कुछ धुंधली सी है, ज्यों धुआं हर पल एक नया आकार गढ़े। कल्पना और वास्तविकता में रिश्ता वैसा ही है जैसे कोई मूर्तिकार अपने ख़्वाबों के इशारों पर पत्थर पर छेनी चलाए। फिर जो आध्यात्मिक यात्रा की मूरत मन में उभरे उसी से प्रेम कर बैठे। वैसे मैं और मेरे मित्र जीतू इस अक्टूबर के महीने में यात्रा पर जाने का प्लान कर ही रहे थे। वैसे हम दोनों एक ही तरह के प्रोफेशन में है। अध्ययन और अध्यापन में व्यस्त रहते हैं। फोन पर वीक में एक दो वार एक-दूसरे की कुशलक्षेम पूछ लेते हैं, लेकिन आपस में मिलने के लिए क्वालिटी टाइम और यात्रा के लिए समय निकाल ही लेते हैं, जहां मन भर के बातें करते करते हैं और फिर अपने कर्तव्य पर लग जाते हैं। इस बार की यात्रा हर बार से थोड़ी अलग थी, जो जीतू ने अचानक से प्लानिंग की थी। 29 अक्टूबर की सु...
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