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Showing posts from 2022

Happy New Year 2023: An opportunity to develop new ideas and pursue various hopes.

    New Year 2023 is present before us with countless hopes, achievements, gifts, and creative inspirations. Just like a new cloth, a new house, or a new gift is dear to us and fills us with excitement, enthusiasm, joy, and freshness, similarly, New Year 2023 is a special gift of time for us from God. Countless changes and schemes are implemented all through the year, and every time the New Year allows us to make a new start. New Year is the festival and celebration of rectifying our mistakes done by us during the past year and moving ahead with pious feelings and renewed enthusiasm. The message that we get from the beginning of the New Year is that we should continuously strive to open the treasure of our achievements through our experience, hard work, and diligent efforts. The New Year is not only the beginning of the year, but it is also an opportunity to develop new ideas and pursue various small and large hopes. The New Year brings with it a huge treasure trove of blessin...

योगा एवं पर्यावरण

  योगा का शाब्दिक अर्थ है जोड़ना। हम सभी का शरीर पांच तत्वों से मिलकर बना है जो कि हमारे शरीर के नष्ट होने पर वापस प्रकृति में विलीन हो जाते हैं‚ किन्तु एक तत्व जो अमर है वह है हमारी आत्मा। अगर हम यह कहें कि हमारा शरीर प्रकृति और ईश्वर के अंशों द्वारा पोषित योग है तो कदाचित उचित होगा। प्रकृति के साथ रहते हुए हमारा जीवन बाल्यकाल से वृद्धावस्था को प्राप्त हो जाता है किंतु हमारे कर्म हमेशा हमारे साथ रहते हैं। योगा इन्हीं कर्मों को उचित प्रकार समायोजित करके जीवनोपयोगी कलाओं के विकास हेतु एवं आत्मिक उत्थान के सहायक बनता है। प्रकृति हमें उतना ही देती है जितना कि हम उसे दे सकते हैं‚ उदाहरण के लिए व्यस्त दिनचर्या के कारण रात्रि जागरण करने वाले कितने ही लोग सुबह की शुद्ध हवा का लाभ नहीं ले पाते और अवसाद मोटापे अनिद्रा इत्यादि जैसी बीमारियों से ग्रस्त हो जाते हैं। हमारे वेदों में जल‚ पृथ्वी‚ वायु‚ अग्नि‚ वनस्पति‚ अन्तरिक्ष‚ आकाश आदि के...