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Showing posts from February, 2019

युद्ध बलिदान मांगता है

पाकिस्तानियों से ज्यादा गुस्सा फेसबुकियों पर आता है कई बार,, एयर फोर्स के 12 जवानों के चित्र जारी कर रहे हैं, ध्यान रखो,, दुश्मन सिर्फ बाहर नहीं है,, बड़ी मात्रा में अंदर भी है,, दुश्मन ठंडे रक्त बैठा है,, एक साल बाद बदला लेगा जब सब इस बात को भूल चुके होंगे,, क्यों उनकी जान को जोखिम में डाल रहे हो,, अभी गुम हुए पायलेट का चित्र डालना शुरू कर दिया ,,, तुम भी वही कर रहे हो जो पाकिस्तान कर रहा है,, वह डर फैलाना चाहता है,, तुमको रुलाना चाहता है,, तुम पहले ही दहाड़ मार मारकर रोने को तैयार बैठे हो,, अपने जवानों पर भरोसा रखो,, कच्ची मिट्टी के नहीं हैं वे लोग,, विश्व की सबसे बहादुर सेना है,,, टुकड़े टुकड़े कट मरेंगें पर उफ नहीं करेंगे,, सूरा सो पहचानिए,, जो लड़े दीन के हेत,, पुर्जा पुर्जा कट मरे,, कबहुँ न छड्डे खेत,, तुमने कल उनके 300 से अधिक मारे,, तो भी वे कह रहे हैं कि हमारा तो कुछ नुकसान नहीं हुआ,, तुम्हारा एक पकड़ा गया तो रोना शुरू कर दिया,, लगे छाती पीटने,, अपने देश और अपनी सेना के साथ बहादुरी से खड़े रहिए आहुतियां तो देनी पड़ती हैं जब राष्ट्र यज्ञ हो रहा हो,, लेकिन यकीन मान...

भारतीय वायुसेना की कार्रवाई से बौखलाया पाकिस्तान

इंडियन एयरफोर्स द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर जैश के आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने के बाद आतंकी देश पाकिस्तान झूठ फैलाने में जुट गया है। झूठ फैलाने में वहाँ की मीडिया  बढ़-चढ़कर दावे करने लगा है। पाकिस्तान के दो F-16 विमानों ने भारत में घुसपैठ की कोशिश तो जरूर की थी, लेकिन भारत ने पीछा करके उसके एक लड़ाकू विमान को मार गिराया है।  झूठ फैलाने पर उतरा पाक मीडिया झूठ के पाऊँ नहीं होते हैं। पाकिस्तानी मीडिया कुछ पुराने विडियो फुटेज दिखाकर भारत को नुकसान की खबरें चलाने में जुटा है, जबकि हकीकत है यह है कि बडगाम में एक MI हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ है और इसका पाकिस्तानी घुसपैठ से कोई लेना-देना नहीं है। पाकिस्तान के दो F-16 लड़ाकू विमानों ने नौशेरा में भारतीय वायुसीमा का अतिक्रमण किया था, जबकि हमारा MI 17 हेलिकॉप्टर बडगाम के गारेंद कलां गांव में दुर्घटनाग्रस्त हुआ, जो नौशेरा से 200 किलोमीटर दूर है।  पाकिस्तान की मीडिया ही नहीं  वहां के सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने सुबह ट्वीट कर प्रॉपेगैंडा फैलाया कि पाकिस्तानी वायुसेना ने दो भारतीय विमानों को मार गिरा...

नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के द्वितीय दीक्षांत समारोह में 63 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक

पुलवामा   शहीदों   के   बच्चों   को   शिक्षा   के  शिखर   पर   पहुंचाएगा   विवि दीक्षांत समारोह में चेयरपर्सन डॉ . देवेश सिंह ने की घोषणा ग्रेटर नोएडा , 26 फरवरी। नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ( एनआईयू ) के द्वितीय दीक्षांत समारोह में चेयरपर्सन डॉ . देवेश सिंह ने मंगलवार को कहा कि विवि पुलवामा में शहीद जवानों के बच्चों को उच्च शिक्षा प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में होने के नाते देश और समाज के प्रति हमारा दायित्व और बढ़ जाता है।   दीक्षांत समारोह विद्यार्थी जीवन का महापर्व है। ज्ञान - विवेक से समाज और देश की सेवा ही हमारा लक्ष्य होना होना चाहिए। इस अवसर पर 63 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल , 16 छात्रों को एमफिल और 40 को पीएचडी की डिग्री प्रदान की गयी , इनमें सेना के तीन अधिकारी शामिल हैं। जिन्होंने सूचना युद्ध , साइबर सुरक्षा , क्रिटिकल इन्फॉर्मेशन स्ट्रक्चर पर देश के लिए बेहद अहम शोध किया। ...

शिक्षा दर्द या दवा!

वर्तमान समय में शिक्षा दर्द है या दवा। इस विषय पर प्रोफेसर अमिताभ जी के साथ देखिए ये कार्यक्रम "आप और प्रोफेसर अमिताभ"

वरिष्ठ पत्रकार, मीडिया प्रशिक्षक सुभाष सिंह उत्तर प्रदेश सरकार के सूचना आयुक्त नियुक्त

नोइडा। वरिष्ठ पत्रकार, मीडिया प्रशिक्षक और राष्ट्रीय विचार के प्रखर प्रवक्ता श्री सुभाष चंद्र सिंह बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी हैं। देश के प्रतिष्ठित "हिन्दुस्थान समाचार" समूह में बड़े दायित्व का निर्वहन कर रहे वरिष्ठ पत्रकार श्री सुभाष चंद्र सिंह किसी परिचय के मोहताज़ नहीं है। हिंदुस्थान समाचार समूह की पाक्षिक पत्रिका "यथावत" में समन्वय संपादक श्री सुभाष चंद्र सिंह ने मुख्यधारा की पत्रकारिता को जीवन तीन दशक अर्पित किए हैं। राष्ट्रीय विचार के प्रति समर्पण, समर्थन और प्रतिबद्धता ने आपको देश के पत्रकारों में एक अलग पहचान दिलाई है। आप लोकसभा टीवी, राज्यसभा टीवी, दूरदर्शन, समाचार प्लस, आकाशवाणी, जी मीडिया आदि चैनलों पर पैनल डिस्कशन में नियमित रूप से शामिल होते रहे हैं। मुख्यधारा की पत्रकारिता में तीन दशक : 15 मार्च 1963 को जन्में श्री सुभाष सिंह जी लखनऊ की ओडियन कॉलोनी में निवास करते हैं। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय से आपने परास्नातक की डिग्री हासिल की है। पाञ्चजन्य से पत्रकरिता कॅरियर की शुरुवात करने वाले सुभाष सिंह ने अमर उजाला, दैनिक जागरण, नेशनल दुनिया,...

सफल इवेंट के लिए प्लानिंग ज़रूरी: डेविड हिंड

नोइडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी   के  पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग  द्वारा आयोजित सेमिनार में मीडिया स्टूडेंट्स के समक्ष  विचार व्यक्त करते हुए   एशिया पेसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ ईवेंट मैनेजमेंट   के   प्रेसिडेंट प्रोफेसर डेविड हिंड।   सफल इवेंट के लिए प्लानिंग जरूरी: डेविड हिंड   आज के समय में किसी भी आयोजन को सही तरीके से करने के लिए एक अच्छी प्‍लानिंग की जरूरत होती है। फिर वो कोई भी आयोजन हो। आपके   पूरे आयोजनों को सफल बनाने में इवेंट मैनेजमेंट   का अहम योगदान होता है।   इवेंट मैनेजमेंट एक व्यापक विषय है। किसी भी सफल आयोजन के चार आधार हैं। रचनात्मकता , थीम , अनुभव तथा डिजाइन। ये विचार एशिया पेसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ ईवेंट मैनेजमेंट   के प्रेसिडेंट प्रोफेसर डेविड हिंड ने नोइडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा आयोजित एक सेमिनार में मीडिया स्टूडेंट्स के समक्ष व्यक्त किए। प्रोफेसर डेविड हिंड ने   बताया कि रचनात्मता हर कार्य के लिए जरूरी है। यह हमारे विचारों का ही रूप होती है। सम...

सूरज करता नहीं दोस्ती

सूरज करता नहीं दोस्ती न तारों से न अंधियारों से मेल नहीं होता जल का शोलों से न अंगारों से हाथ मिलाते नहीं शेर जीवन में कभी श्यारों से राष्ट्र भक्त समझौता करते नहीं कभी गद्दारों से समझौतों की मेजों पर हरगिज उपचार नहीं होगा आत्म समर्पण करने गद्दारों का संहार नहीं होगा इन्हें जड़ से खत्म करने का संकल्प तो अब लेना होगा ऋषियों की भूमि पर यहां अंतिम विजय सत्य की है विधना का ऐसा है विधान इसलिए आतंकियों पर झकझोर के वार करो बलवान

मानव देवों से श्रेष्ठ या पशुओं से हीन?

 मानव देवों से श्रेष्ठ या पशुओं से हीन? एक सभा में वाद- विवाद चल रहा था। एक पक्ष ने कहा- 'मनुष्य सर्वश्रेष्ठ प्राणी है क्योंकि वह सभी जीवधारियों को वश में कर लेता है। ' दूसरा पक्ष कहता था' अन्य प्राणी श्रेष्ठ हैं, क्योकि वे जिन्दगी भर बिना कुछ माँगे मनुष्य की सेवा करते हैं। ' निर्णय नहीं हो पा रहा था। विवाद बढ़ता ही गया। एक ज्ञानी उधर से जा रहे थे। सबने उनकी सम्मति माँगी। ज्ञानी ने दोनों पक्षों की बात सुनी और बोले- भाई, मानवी स्वतन्त्रता की भी अपनी सीमा है। हर कोई जीवन जीने का मर्म नहीं जानता। मनुष्य जब तक सत्कर्म करता है तब तक ही श्रेष्ठ है और जब वह दुष्कर्म करने लगता है तो वह नीचे गिर जाता है। जब भी ऐसे चयन के अवसर आये- हैं, मानवी बुद्धिमत्ता की पूरी परीक्षा हुई साभार- AWGP