योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के इकाना स्टेडियम में शुक्रवार (25 मार्च 2022) को दूसरी बार उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। कुल 52 सदस्यीय मंत्रिमंडल ने शपथ ली है। दो डिप्टी सीएम, 18 कैबिनेट मंत्री, 12 स्वतंत्र प्रभार और 20 को राज्य मंत्री के तौर पर शपथ दिलाई गई है। इनमें पांच महिला मंत्री भी शामिल हैं। पिछली बार योगी सरकार में उप मुख्यमंत्री पद पर रहे दिनेश शर्मा को इस बार मंत्रिमंडल में षामिल नहीं किया गया। उनकी छुट्टी कर बीजेपी ने ब्राह्मण चेहरे के तौर पर बृजेश पाठक को दूसरा उप मुख्यमंत्री बनाया है। बता दें कि मिशन 2024 को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने जातीय व क्षेत्रीय समीकरण का मंत्रिमंडल में ध्यान रखा है।
बेबी रानी मौर्य ;कैबिनेट मंत्रीद्ध रू उत्तराखंड की राज्यपाल रह चुकी बेबी रानी मौर्य को खास यूपी चुनाव के लिए वापस लाया गया था। बेबी रानी पश्चिमी और ब्रज क्षेत्र की बड़ी जाटव नेता मानी जाती हैं। आगरा ग्रामीण से जीतकर विधानसभा पहुंची। वह आगरा की मेयर और राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य भी रहीं।
वर्ष1990 में भाजपा से जुड़ने वाली मौर्य ने संगठन में कई अहम पदों की जिम्मेदारी संभाली। भाजपा ने उन्हें संगठन में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया और फिर विधानसभा चुनाव में उन्हें मौका दियाए जिसमें वह विजयी रहीं। बेबी रानी राज्य बाल आयोग और राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य भी रह चुकी हैं। पहले 2007 में एत्मादपुर से भाजपा के टिकट पर भी उन्होंने चुनाव लड़ा था लेकिन हार गई थीं।बेबी रानी ने 1995 में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी और तभी वह आगरा की महापौर भी बनी थींण् इसके बाद वह पार्टी संगठन में कई पदों पर रहींण् बेबी रानी के पति प्रदीप कुमार सार्वजनिक क्षेत्र के एक बैंक के उच्चाधिकारी पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।
वहीं आगरा दक्षिण विधान सभा से लगातार कमल खिलाने वाले योगेंन्द्र्र उपाध्याय को योगी मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया है। बता दें कि उन्होंने सपा के विनय अगवाल को 56 हजार छः सौ वाइस मतो से मात दी। संघ के बाल स्वयंसेवक रहे योगेन्द्र उपाध्याय ने मंडल स्तर पर कई जिम्मेदारियां भी निभाईं।
साथ ही, वह वर्ष 1974 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य बने तो नगर मंत्री से लेकर प्रदेश कार्यकारिणी में सदस्य बने। वर्ष 1987 में भाजपा के सदस्य बने और महानगर मंत्रीए महामंत्री के साथ प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य बनेप् वर्ष 1989 नगर महापालिका के पार्षद बने तो पार्षद दल के मुख्य सचेतक भी रहे।
इनका कटा पत्ता
डॉक्टर दिनेश शर्मा के अलावा आशुतोष टंडन, श्रीकांत शर्मा, सतीश महाना, सिद्धार्थनाथ सिंह, रामनरेश अग्निहोत्री, महेंद्र सिंह, नीलकंठ तिवारी, जय प्रताप सिंह, नीलिमा कटियार समेत कई का पत्ता कट गया है।
आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल में दिखा जातीय समीकरण
सीएम के तौर पर दूसरी बार शपथ लेने वाले योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में इस बार कुल 8 ब्राह्मणों को मंत्री बनाया गया है, इसके अलावा 8 मंत्री एससी समुदाय से हैं, 5 जाट, 6 ठाकुर, एक कायस्थ और दो भूमिहार जाति के नेताओं को कैबिनेट में जगह दी गई है। यूपी चुनाव 2022 में बीजेपी के टिकट पर सबसे ज्यादा ब्राह्मण विधायक ही जीतकर आए हैं। बीजेपी के पास इस समय 46 ब्राह्मण विधायक हैं, जबकि ठाकुर समाज से 43 विधायक जीतकर आए हैं।
पांच नाम रहे चौकाने वाले
योगी कैबिनेट में इस बार मोहसिन रजा खान को हटाकर दानिश आजाद को जगह दी गई है। मंत्रिमंडल में दूसरा चैंकाने वाला नाम जसवंत सैनी का है। इसके अलावा दयाशंकर मिश्र दयालु को भी योगी कैबिनेट में जगह दी गई है। उन्हें राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार का कार्यभार सौंपा गया है।
इससे पहले 2019 में उन्हें पूर्वांचल विकास बोर्ड का उपाध्यक्ष बनाया गया था। इसके अलावा जेपीएस राठौर का नाम भी चैंकाने वाला रहा। उन्हें राज्यमंत्री बनाया गया है, वह बीजेपी के प्रदेश महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष रहे और युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, आईटी सेल के प्रदेश अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी निभा चुके हैं। वाइल्ड कार्ड एंट्री की लिस्ट में पांचवां नाम नरेंद्र कश्यप का भी है, जो कि पश्चिमी यूपी के कद्दावर नेताओं में एक हैं। वह राज्यसभा सदस्य भी रह चुके हैं।
दानिश आजाद इकलौते मुस्लिम चेहरा
योगी कैबिनेट में इस बार मोहसिन रजा खान की जग दानिश आजाद को मंत्री बनाया गया है। उन्हें 2022 चुनाव से ठीक पहले भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा महामंत्री बनाया गया था। वर्श 2017 में पार्टी ने दानिश को उर्दू समिति का भी सदस्य बनाया था। इससे पहले अल्पसंख्यक नेता मोहसिन रजा को यूपी की पिछली सरकार में मंत्री बनाया गया था।
दानिश आजाद अंसारी बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा में प्रदेश महामंत्री हैं। जिन्हें योगी 2.0 में बड़ी जिम्मेदारी मिली है। बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के महामंत्री और बलिया के युवा नेता दानिश आजाद अंसारी को मंत्री बनाया गया है। वे अभी बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश महामंत्री है और विद्यार्थी जीवन से ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे हैं. मोहसिन रजा को हटाया गया है।
यूपी में भाषा समिति के सदस्य और बलिया जनपद के निवासी दानिश आज़ाद को पार्टी बड़ी जिम्मेदारी देते हुए योगी सरकार 2 में मंत्री बनाया है। दानिश आज़ाद लंबे समय से राजनीति में सक्रिय हैं, लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र राजनीति से अपनी राजनीतिक पारी शुरू करने वाले दानिश आज़ाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में विभिन्न पदों पर रहे. यूपी. में बीजेपी सरकार आने के बाद उन्हें भाषा समिति का सदस्य बनाया गया।
आज़ाद लगातार अल्पसंख्यक समाज और युवाओं में लगातार सक्रिय बने रहते है. इसी नाते 2022 के विधानसभा चुनावों में पार्टी को मिली जीत को देखते हुए मंत्री का पद दिया जा सकता है. दानिश आज़ाद हर मौके पर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का आभार व्यक्त करते रहते हैं।
इन मंत्रियों ने ली शपथ
केशव प्रसाद मौर्य (कैबिनेट सीएम)
ब्रजेश पाठक (डिप्टी सीएम)
सूर्य प्रताप शाही (कैबिनेट मंत्री)
सुरेश कुमार खन्ना (कैबिनेट मंत्री)
स्वतंत्र देव सिंह (कैबिनेट मंत्री)
बेबी रानी मौर्य (कैबिनेट मंत्री)
लक्ष्मी नारायण चैधरी (कैबिनेट मंत्री)
जयवीर सिंह (कैबिनेट मंत्री)
धर्मपाल सिंह (कैबिनेट मंत्री)
नंद गोपाल गुप्ता नंदी (कैबिनेट मंत्री)
भूपेंद्र सिंह चैधरी (कैबिनेट मंत्री)
अनिल राजभर (कैबिनेट मंत्री)
जितिन प्रसाद (कैबिनेट मंत्री)
राकेश सचान (कैबिनेट मंत्री)
अरविंद कुमार शर्मा (कैबिनेट मंत्री)
योगेंद्र उपाध्याय (कैबिनेट मंत्री)
आशीष पटेल (कैबिनेट मंत्री)
संजय निषाद (कैबिनेट मंत्री)
नितिन अग्रवाल (राज्यमंत्री, स्वतंत्र प्रभार)
कपिल देव अग्रवाल (राज्यमंत्री, स्वतंत्र प्रभार)
रवीन्द्र जायसवाल (राज्यमंत्री, स्वतंत्र प्रभार)
संदीप सिंह (राज्यमंत्री, स्वतंत्र प्रभार)
गुलाब देवी (राज्यमंत्री, स्वतंत्र प्रभार)
गिरीश चंद्र यादव (राज्यमंत्री, स्वतंत्र प्रभार)
धर्मवीर प्रजापति (राज्यमंत्री, स्वतंत्र प्रभार)
असीम अरुण (राज्यमंत्री, स्वतंत्र प्रभार)
जेपीएस राठौर (राज्यमंत्री, स्वतंत्र प्रभार)
दयाशंकर सिंह (राज्यमंत्री, स्वतंत्र प्रभार)
नरेंद्र कश्यप (राज्यमंत्री, स्वतंत्र प्रभार)
दिनेश प्रताप सिंह (राज्यमंत्री, स्वतंत्र प्रभार)
अरुण कुमार सक्सेना (राज्यमंत्री, स्वतंत्र प्रभार)
दयाशंकर मिश्र दयालु (राज्यमंत्री, स्वतंत्र प्रभार)
मयंकेश्वर सिंह (राज्य मंत्री)
दिनेश खटीक (राज्य मंत्री)
संजीव गोंड (राज्य मंत्री)
बलदेव सिंह ओलख (राज्य मंत्री)
अजीत पाल (राज्य मंत्री)
जसवंत सैनी (राज्य मंत्री)
रामकेश निषाद (राज्य मंत्री)
मनोहर लाल मन्नू कोरी (राज्य मंत्री)
संजय गंगवार (राज्य मंत्री)
बृजेश सिंह (राज्य मंत्री)
केपी मलिक (राज्य मंत्री)
सुरेश राही (राज्य मंत्री)
सोमेंद्र तोमर (राज्य मंत्री)
अनूप प्रधान वाल्मीकि (राज्य मंत्री)
प्रतिभा शुक्ला (राज्य मंत्री)
राकेश राठौर गुरु (राज्य मंत्री)
रजनी तिवारी (राज्य मंत्री)
सतीश शर्मा (राज्य मंत्री)
दानिश अंसारी आजाद (राज्य मंत्री)
विजय लक्ष्मी गौतम (राज्य मंत्री)
✍️...रघुनाथ यादव
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